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केंचुओं द्वारा कार्बनिक पदार्थों से बनी खाद को वर्मिकंपोस्ट खाद कहा जाता है। कार्बनिक पदार्थों से तात्पर्य है। घरेलू कचरा, सूखा कचरा, कृषि अवशेष, पेड़ की पत्तियां, डालियां इत्यादि। इन सभी चीजों को मिलाकर वर्मी कंपोस्ट खाद बनाई जाती है। वर्मी कंपोस्ट खाद को केंचुआ खाद भी कहा जाता है। यह एक जैविक खाद है जो केंचुओ के मल द्वारा तैयार की जाती है। केंचुओं को किसानों का मित्र कहा जाता है। केंचुओं द्वारा बनी वर्मिकंपोस्ट खाद का उपयोग मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाता है। केंचुआ खाद खेत की उर्वरता को बढ़ाता है। इसको किसान कम खर्च पर अपने खेत या घर पर भी तैयार कर सकता है।वर्मी कंपोस्ट खाद में पोषक तत्वों की मात्रा भरपूर रहती है।

वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए आवश्यक सामग्री।

  1. कृषि अवशेष – खरपतवारों की पत्तियां, घास, गन्ने की पराली इत्यादि।
  2. पशुओं का गोबर
  3. पेड़ों की छाल
  4. बेड बनाने हेतु उचित स्थान।
  5. केंचुए।
  6. नमी बनाए रखने हेतु जल।

केंचुआ खाद बनाने की विधि।

  1. केंचुआ खाद बनाने के लिए सर्वप्रथम ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जहां पर तेज धूप न आती हो।
  2. स्थान के चुनाव के पश्चात एक बेड तैयार कर ले।
  3. उस बेड में सबसे नीचे सड़ा हुआ गोबर डाल दें, तथा उसमें थोड़ी सी मिट्टी मिलाकर पूरे बेड पर फैला दें।
  4. इसके बाद 40 केंचुआ प्रति वर्ग फिट के हिसाब से केंचुए उसमें डाल देना चाहिए।
  5. इसके बाद दूसरी परत तैयार करने के लिए आधा सड़ा हुआ गोबर एवं कृषि अवशेष आधे सड़े हुए को पूरे बेड पर अच्छी तरीके से बिछा दें।
  6. इसके बाद कृषि अवशेषों को ऊपर से ढक दें। प्रत्येक परत के बाद इतना पानी का छिड़काव करें जिससे कि बेड में पर्याप्त नमी बनी रहे।
  7. आखिर में तीन-चार इंच मोटी परत गोबर की डाल दें और उसके ऊपर बोरा बिछा दें। जिससे प्रकाश न आए।
    इसके बाद अब आप देखेंगे की 50-60 दिनों में वर्मी कंपोस्ट खाद बनकर तैयार हो जाएगी

लाभ

  1. वर्मी कंपोस्ट खाद में अन्य खादों की अपेक्षा पोषक तत्वों की मात्रा अधिक रहती है। क्योंकि यह केंचुओं के मल के द्वारा तैयार की जाती है।
  2. बर्मी कंपोस्ट के उपयोग से खेत की गुणवत्ता में सुधार होता है।
  3. वर्मीकंपोस्ट खाद के उपयोग से भूमि में वायु का संचार बढ़ता है एवं खेत की भौतिक दशा में सुधार होता है।
  4. खेत में वर्मी कंपोस्ट के उपयोग करने से उपज में वृद्धि होती है।
  5. इसको तैयार करने में बहुत कम पूंजी खर्च होती है। यह अच्छी और सस्ती खाद है।

वर्मीकंपोस्ट खाद जैविक खाद है। इसका उपयोग करके किसान अपनी उपज में वृद्धि कर सकता है। वर्मी कंपोस्ट के उपयोग से ऊपज में 15 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है। यह खाद बनाने में बहुत ही आसान है एवं कम खर्चे से इसे तैयार किया जा सकता है। इसका उपयोग करने से खेत पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं पड़ता है। इसी प्रकार की और जानकारी के लिए आप जुड़े रहिए ebhijuka.bharatagrolink.com से।

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