गन्ना किसानों के लिए जरूरी खबर! उत्तर प्रदेश के गन्ना और चीनी विभाग ने गन्ने की अवैध और अस्वीकृत किस्मों के बीजों की बिक्री को लेकर चेतावनी जारी की है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे केवल प्रमाणित स्रोतों से ही गन्ना बीज खरीदें, अन्यथा उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
अप्रमाणिक बीजों से बचें, वरना होगा नुकसान
गन्ना एवं चीनी आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने कहा कि कुछ फर्जी संस्थाएं किसानों को अस्वीकृत गन्ना किस्मों के बीज बेच रही हैं, जो न केवल फसल की पैदावार को प्रभावित करती हैं, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ाती हैं।
इन अस्वीकृत बीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और इससे गन्ना उत्पादन, चीनी की परता और पौधों की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है।
विभाग ने जारी की चेतावनी: इन किस्मों के बीज बिलकुल ना खरीदें
किसानों को सलाह दी गई है कि वे निम्नलिखित अस्वीकृत गन्ना किस्मों से बचें:
- SNK 13374
- CO-15027
- CO-11015
- को.पी.वी.बड.-9698
- बीसीएफ-0517
- CO-86032
- PDN-15012
- को.लख.-16203
इन बीजों की बिक्री अवैध है, और ऐसे फर्जी केंद्रों से बीज खरीदना आपके खेत के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
प्रमाणित स्रोतों से ही खरीदें गन्ना बीज
किसान केवल इन अधिकृत स्थानों से ही गन्ना बीज खरीदें:
- उत्तर प्रदेश गन्ना शोध केंद्र
- विभागीय नर्सरी और प्रदर्शन प्लॉट
- पंजीकृत गन्ना बीज विक्रेता
- स्थानीय चीनी मिल की नर्सरी
किसान चाहें तो अपने खेत पर स्वस्थ और प्रमाणित बीजों का उत्पादन भी कर सकते हैं।
विभाग की सख्त कार्रवाई का प्रावधान
यदि कोई पंजीकृत किसान या संस्था अस्वीकृत गन्ना किस्मों का बीज उत्पादन या बिक्री करते हुए पकड़ा जाता है, तो:
- उसका पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा
- विधिक कार्रवाई की जाएगी
- बीज के अनुचित मूल्य वसूले जाने पर भी कार्रवाई तय है
निष्कर्ष: सही बीज चुनें, फसल बचाएं
गन्ना उत्पादन में गुणवत्ता और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बहुत महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में किसान भाई किसी भी अस्वीकृत या फर्जी बीज स्रोत से बीज खरीदने से बचें। प्रमाणित और अनुशंसित किस्मों का ही चुनाव करें ताकि उपज बेहतर हो और मुनाफा भी।