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भारत में जब बात होती है उच्च गुणवत्ता वाले, स्वादिष्ट और पौष्टिक गेहूं की, तो शरबती गेहूं (Sarbati Gehun) का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह गेहूं न केवल मधुर स्वाद और चमकदार दानों के लिए जाना जाता है, बल्कि सेहतमंद जीवनशैली को अपनाने वाले लोगों की पहली पसंद भी बन चुका है।

शरबती गेहूं क्या है?

शरबती गेहूं एक विशिष्ट किस्म का गेहूं है, जो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के सीहोर, विदिशा, राजगढ़ और होशंगाबाद जिलों में उगाया जाता है। यह क्षेत्र की जलवायु, मिट्टी और पारंपरिक खेती तकनीकों के कारण एक अनोखा स्वाद और गुणवत्ता देता है।

शरबती गेहूं की खास विशेषताएं

  1. प्राकृतिक चमक – किसी रासायनिक पॉलिश की आवश्यकता नहीं होती।
  2. मुलायम रोटियाँ – उच्च गुणवत्ता वाला ग्लूटेन, जिससे रोटियाँ फुली हुई और स्वादिष्ट बनती हैं।
  3. ज्यादा पोषण – प्रोटीन, आयरन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
  4. कम पानी में भी बेहतर पैदावार – यह गेहूं ड्रॉट रेसिस्टेंट है, यानी कम सिंचाई में भी अच्छा उत्पादन देता है।
  5. लंबी स्टोरेज क्षमता – अच्छे भंडारण में यह गेहूं लंबे समय तक खराब नहीं होता।

शरबती गेहूं की प्रमुख किस्में (Varieties)

शरबती गेहूं कोई एक सिंगल वैरायटी नहीं, बल्कि एक लोकप्रिय परंपरागत समूह है, जिसकी कई उन्नत और शोध आधारित किस्में उपलब्ध हैं:

किस्म का नामविशेषता
HI 1544 (Purna)उच्च उत्पादन क्षमता और बेहतर आटा गुणवत्ता
HI 1531 (Amrita)अधिक प्रोटीन और बेहतर स्वाद
HI 8779 (Pusa Mangal)कम सिंचाई में बेहतर उपज
HI 8498 (C 306 Improved)प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता
HI 8627 (Malav Ratna)लंबी अवधि की फसल, अधिक दाने
HI 8737 (Pusa Madhavi)आटे की उत्कृष्ट बनावट और मिठास

मध्य प्रदेश में शरबती गेहूं का उत्पादन

मध्य प्रदेश भारत में गेहूं उत्पादन में सबसे आगे है। खासकर सीहोर जिला, जिसे “शरबती गेहूं की जन्मभूमि” कहा जाता है, यहां की मिट्टी और मौसम इस किस्म के लिए एकदम उपयुक्त हैं।

  • राज्य का कुल गेहूं उत्पादन (2024): लगभग 2.5 – 3 करोड़ टन
  • शरबती गेहूं का हिस्सा: लगभग 10 से 15 लाख टन
  • किसानों की संख्या: हज़ारों किसान इस किस्म की खेती करते हैं
  • ब्रांडेड बिक्री: अब कई किसान और व्यापारी इसे पैकिंग और ब्रांडिंग के साथ बेच रहे हैं

GI टैग: शरबती गेहूं की वैश्विक पहचान की ओर कदम

GI (Geographical Indication) टैग किसी भी उत्पाद को भौगोलिक पहचान और गुणवत्ता की आधिकारिक मान्यता देता है।

✅ मध्य प्रदेश के शरबती गेहूं को जीआई टैग मिल गया है

GI टैग मिलने के फायदे:

  • ब्रांड की वैल्यू में वृद्धि
  • नकली और मिलावटी उत्पादों से सुरक्षा
  • किसानों को बेहतर दाम
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान और निर्यात की संभावना

उपभोक्ता क्यों करें शरबती गेहूं का चुनाव?

  1. सेहत के लिए बेहतर – यह गेहूं मधुमेह रोगियों और बच्चों के लिए उपयुक्त है
  2. रसोई की शान – रोटियाँ स्वादिष्ट, मुलायम और सुगंधित बनती हैं
  3. शुद्धता की गारंटी – मिलावट रहित, बिना पॉलिश और 100% देसी
  4. ब्रांड की पहचान – अब यह आटा कई नामचीन ब्रांड्स में उपलब्ध है

निष्कर्ष

शरबती गेहूं सिर्फ एक अनाज नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश की विरासत, किसानों की मेहनत और उपभोक्ताओं के विश्वास का प्रतीक है। अगर आप भी अपने घर में स्वस्थ, शुद्ध और स्वादिष्ट रोटियाँ चाहते हैं, तो अगली बार शरबती गेहूं जरूर चुनें।

🌾 Sarbati Wheat Seeds – शुद्धता की शुरुआत यहीं से होती है!

✅ उच्च उपज देने वाले
✅ कम पानी में तैयार
✅ प्राकृतिक मिठास और चमक
✅ रिसर्च-आधारित प्रमाणित किस्में (HI 1544, HI 1531, आदि)

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